मुलायम 2014, चुनावों में करेंगे भाजपा का समर्थन?
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी (एसपी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच दूरियां कम होने लगी हैं? एसपी 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को समर्थन देगी? यूपीए सरकार की नीतियों से तंग मुलायम सिंह किसी और राजनीतिक पार्टनर की तलाश में हैं? अभी भले ही ये बातें महज कयास लगें, लेकिन एसपी चीफ मुलायम सिंह ने बुधवार को बीजेपी को जो सलाह दी उससे तो यही अंदाजा लगाया जा सकता है। मुलायम सिंह ने संसद में बीजेपी के नवनिर्वावित प्रेजिडेंट राजनाथ सिंह से मुसलमानों और मंदिर मस्जिद के प्रति पार्टी की सोच और विचारधारा बदलने के लिए पहल करने का सुझाव देते हुए कहा कि अगर ऐसा हुआ तब दोनों दलों के बीच दूरियां कम हो जाएंगी।
राजनाथ सिंह ने इसके जवाब में कहा कि हमारे और आपके बीच दूरी कहां है… अगली बार आप निश्चित तौर पर हमारे साथ होंगे। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा के दौरान मुलायम ने कहा, हम राजनाथ सिंह को उनके भाषण के लिए बधाई देते हैं क्योंकि उन्होंने इसमें समाजवादी विचारधारा का उल्लेख किया है। अब आप बीजेपी के प्रेजिडेंट है तब इन नीतियों को भी लागू करें और अपनी विचारधारा को बदलें। आप मुसलमानों के प्रति अपने विचार को बदलें, तब हमारे और आपके बीच दूरियां कम हो जाएंगी। अगर आपकी विचारधारा ठीक होती तो हमें कांग्रेस क्यों समर्थन देना पड़ता। मंदिर-मस्जिद के बारे में हमारी बीजेपी से काफी दूरी है। इस मामले में देश को एकजुट रखने के लिए उस समय हमारी सरकार को अयोध्या में गोली चलाने का आदेश देना पड़ा। क्या हमें यह अच्छा लगा? बिल्कुल नहीं।
मुलायम ने कहा कि देशभक्ति, सीमा सुरक्षा और भाषा के मामले में उनकी पार्टी और बीजेपी की एक नीति है। इससे पहले, प्रेजिडेंट प्रणव मुखर्जी के अभिभाषण को मजबूरी में पढ़ा गया बयान करार देते हुए यूपीए सरकार को बाहर से समर्थन देने वाली समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने किसानों, मुसलमानों, देश की बाह्य और आंतरिक सुरक्षा, बेरोजगारी और गरीबों की स्थिति को सुधारने की दिशा में पहल नहीं की है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्रीजी आपको लंबा समय मिला है, आप अर्थशास्त्री हैं। ऐसे में देश की सुरक्षा, गरीबों, किसानों, मुसलमानों के लिए कोई चमत्कारिक काम कर जाइए ताकि लोग आपको याद रखें। मुलायम ने कहा कि पड़ोसी देशों के साथ तब तक हमारे रिश्ते अच्छे नहीं होंगे तब तक सीमा पर सुरक्षा कायम नहीं हो सकती है। इस दृष्टि से भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच महासंघ बनाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, भारत को अगर किसी से खतरा है तो वह है चीन। चीन पर किसी भी स्थिति में भरोसा नहीं किया जा सकता है। क्या सरकार कह सकती है कि हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं?