ग्रेनो । (संवाददाता ) आखिर जनपद गौतम बुद्ध नगर के डीएम रहे बीएन सिंह को उनकी कार्यशैली ले ही डूबी । लंबे समय से उनके कार्य व्यवहार से जनपद के लोगों में असंतोष था । वह स्वयं जनता की शिकायतों में रुचि नहीं दिखा रहे थे । कार्यालय में 11:00 बजे से पहले जन शिकायतें सुनने का प्रावधान योगी सरकार के समय में रहा है । परंतु बीएन सिंह अक्सर 11:00 बजे अपने कार्यालय पहुंचने के अभ्यासी रहे । जिससे लोगों को उनसे शिकायत रहती थी । अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ही भिड़ जाने पर उन्हें अपनी करनी का फल मिल गया है ।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने सोमवार शाम को कहा कि गौतमबुद्धनगर जिलाधिकारी बृजेश नारायण सिंह को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण किया गया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच आलोक टंडन द्वारा की जाएगी। उनकी जगह जिलाधिकारी के पद पर सुहास एलवाई की तैनाती की गई है।
गौतमबुद्धनगर में कोरोना की तैयारियों की समीक्षा में पाया गया कि जिलाधिकारी के स्तर पर समन्वय में काफी कमी पाई गई, पॉजिटिव पाए गए लोगों को क्वारंटाइन करने में भी कमी पाई गई, जिसके कारण पॉजिटिव मामले बढ़े हैं।
तिवारी ने कहा कि गौतम बौद्ध नगर के डीएम बृजेश सिंह ने आज 3 महीने की छुट्टी का अनुरोध किया था। जिसके बाद उनका लखनऊ ट्रांसफर कर दिया है। साथ ही उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने का आदेश पारित किए गए हैं। मामले की जांच शुरू की जाएगी।
मुख्य सचिव ने कहा कि सुहास एलवाई को गौतम बौद्ध नगर का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना नियंत्रण में नोएडा डीएम फेल हो गए। डीएम ने छुट्टी की चिट्टी वायरल की थी।
नोएडा डीएम ने अनुशासनहीनता की है। आपको बता दें कि सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गौतमबुद्धनगर दौरे के बाद जिलाधिकारी ने एक पत्र लिखकर सभी को चौंका दिया था। जिलाधिकारी ने मुख्य सचिव को पत्र लिखा है और तीन महीने का अवकाश मांगा था। उनके इस अवकाश की पीछे की वजह सीएम योगी का कोरोना वायरस पर नोएडा की स्थिति चिंताजनक और असंतुष्ट होना बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम योगी नोएडा की व्यवस्था से खासे नाराज हैं। इसके पीछे का कारण है नोएडा में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले। सीएम ने इसे गंभीरता से लेते हुए सोमवार को यहां का दौरा किया। वह विशेष विमान से सोमवार दोपहर करीब दो बजे हिंडन एयरपोर्ट पहुंचे और वहां से हेलिकॉप्टर से गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी पहुंचे।
यहां सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी की बैठक में डीएम बीएन सिंह, कमिश्नर आलोक सिंह, नोएडा अथॉरिटी की सीईओ रितु माहेश्वरी, ग्रेटर नोएडा ओर यमुना अथॉरिटी के सीईओ मौजूद रहे। नोएडा में अब तक 36 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं जो प्रदेशभर में सबसे ज्यादा हैं। मुख्यमंत्री मंगलवार को मेरठ, गाजियाबाद और आगरा जाएंगे। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे को पहले ही नोएडा भेज दिया गया था।
नोएडा में कोरोना के संक्रमण के फैलाव के लिए यहां की सीजफायर कंपनी को जिम्मेदार बताया जा रहा है। इस कंपनी में ब्रिटेन का एक अधिकारी आया था। वह मीटिंग के बाद लौट गया लेकिन उसके संपर्क में आकर कंपनी के कई कर्मचारी और उनके परिवारवालों समेत 13 लोग संक्रमित हो चुके हैं।