राक्षसी शक्तियों के दहन का पर्व है होली : चक्रपाणि
अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि जी महाराज ने कहा है कि होली राक्षसी शक्तियों के दहन का पर्व है। स्वामी जी महाराज ने सभी देशवासियों के नाम जारी अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि होली का पर्व व्यक्ति के भीतर मौजूद काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह, ईष्र्या, घृणा और द्वेष जैसी राक्षसी शक्तियों के दहन का पर्व है। व्यक्ति पूरे वर्ष इन राक्षसी शक्तियों के वशीभूत होकर कई गलत काम कर जाता है, लेकिन होली के पर्व पर होली का दहन करते समय एक भावना रखी जाती है कि मैं अपनी सभी राक्षसी शक्तियों का दहन अग्नि के माध्यम से कर रहा हूं और नये वर्ष में मेरे नये जीवन का शुभारंभ होने जा रहा है। स्वामी जी महाराज ने कहा है कि भारतीय राजनीति में भी नए युग की शुरूआत होने जा रही है। उन्होंने कहा है कि आगामी 2014 का लोकसभा चुनाव समय पूर्व होना पूरी तरह निश्चित सा लग रहा है। इस चुनाव में जल्दी ही यदि हिंदू मतों का ध्रुवीकरण नही हुआ तो परिणाम गलत आ सकते हैं। इसलिए समय रहते सही निर्णय लेकर देश के नागरिकों को सत्ता सही लोगों के हाथ में सौंपनी चाहिए।