नई दिल्ली । राष्ट्र निर्माण पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व स्पेशल डायरेक्टर डा आनन्द कुमार IPS ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये मांग की कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग तथा उनके अन्य निकट सहयोगियों के विरुद्ध चाइनीज वायरस के कारण विभिन्न देशों में हुई मोतों के लिए जिम्मेदार मानते हुये अन्तर्राष्ट्रीय कोर्ट में मुक़दमा चलाया जाये।
डा कुमार ने बताया कि इस विषय में चीन का रवैया प्रारम्भ से ही बहुत संदिग्ध रहा है। जिस डाक्टर ने इस वायरस के विषय में सर्व प्रथम जानकारी दी, उसे प्रताड़ित किया गया। तथा संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मौत हो गयी। लाकडाउन होते ही मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया तथा विदेशी मीडिया को चीन से बाहर कर दिया। विश्व के देशों को इस वायरस के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गयी। चीनी नागरिकों को दूसरे देशों में जाने से रोका भी नहीं।
परिणाम सामने है। विश्व के 150 से ज्यादा देशों में मौत एवं विनाश का तांडव जारी है। लाकडाउन के कारण जो विश्व की आर्थिक व्यवस्था को क्षति पहुंची है, उसका अनुमान लगाना मुश्किल है। इस स्थिति के लिए पूरी तरह चीन का शासक वर्ग उत्तरदायी है।
इस विषय में सब एक मत हैं कि यह वायरस चीन के वुहान शहर से फैला है। पर कैसे फैला, इस बारे मेंअधिकांश का मत है कि यह वुहान शहर की मीट मार्केट से मनुष्यों में संक्रमित हुआ है। अन्य लोगों का कहना है कि यह चीन का जैविक हथियार है जिसके माध्यम से वह अपनी आर्थिक स्थिति को दृढ करना चाहता है। प्रश्न यह भी उठ रहे हैं कि बीजिंग व शंघाई जैसे शहरों में यह वायरस क्यों नहीं फैला, जब कि अन्य देशों में सभी भूभाग संक्रमित हैं।
इन सभी प्रश्नों का समाधान करने के लिए हमारी पार्टी की मांग है कि यू एन की निगरानी में विशेषज्ञों की एक कमेटी बनाई जाये तथा वह चीन जाकर अनुसंधान करे।इस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर चीन के वरिष्ठ नेताओं के विरुद्ध अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय में अभियोग चलाकर मानवता के विरुद्ध अपराधों के लिये दण्डित किया जाना चाहिए।
सभी राष्ट्र प्रेमी साथियों से अनुरोध है इस मुहिम में अपना पूरा सहयोग दें तथा इसके समर्थन में देश विदेश में अभियान चलायें। इस अभियान की सफलता आपके सहयोग पर निर्भर है।
मुख्य संपादक, उगता भारत