आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
भारत में कोरोना से 186 के लोगों के प्रभावित होने से पूर्व ही मोदी सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है, जबकि पडोसी देश पाकिस्तान में भारत से कहीं अधिक फैली बीमारी पर वहां की सरकार को जनता के हित चिन्ता नहीं। वर्ल्ड बैंक और IMF से कर्जा माफ़ और भारत के विरुद्ध कश्मीर का राग अलाप रहा है।
ईरान के पड़ोसी होने के कारण पाकिस्तान में भी कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ना शुरू हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान में अब तक कोरोना से संक्रमित लोगों की गिनती 301 पार कर चुकी है, जिसमें दो मरीजों की मौत भी हो चुकी है। ये दोनों मौतें पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में होने की खबर है। पाकिस्तान का सिंध प्रान्त इस घातक वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है। ऐसे में यहाँ सरकार ने 30 मई 2020 तक सभी शिक्षा संस्थानों को बंद करने की घोषणा की है। जहाँ 200 से ज्यादा व्यक्तियों के इस वायरस से संक्रमित होने की खबरें आ रहीं हैं। वहीं बलूचिस्तान सूबे से 23 लोगों के कोरोना पीड़ित होने की खबर आई है। जानकार ईरान से सटे होने के कारण पाकिस्तान में कोरोना से संक्रमण के मामले और बढ़ने की आशंका जता रहे हैं।
पाकिस्तान में कोरोना के मामले बढ़ते जाने के साथ-साथ वहाँ जाँच और जरूरी चिकित्सा उपकरणों की होती कमी ने इस समस्या को और भयावह बना दिया है। जहाँ डॉक्टरों ने मास्क, आदि बचाव उपकरणों के अलावा जाँच किट की कमी के चलते काम बंद करने की धमकी दी है। लाहौर में आम लोगों ने शिकायतें की हैं कि निजी अस्पताल कोरोना की जाँच के लिए उनसे 9000 रूपए तक वसूल कर रहे हैं, जिस पर सरकार का कहना है कि कोरोना जाँच मुफ्त कराने का इंतजाम किया गया है।
एक तरफ पाकिस्तान में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है, निजी अस्पताल लोगों से कोरोना जाँच के लिए अवैध वसूली कर रहे हैं, सेनेटाइजर और मास्क आदि की भी बेहद कमी है वहाँ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का यह दावा कि वे कोरोना को लेकर उठाये गए कदमों की समीक्षा करेंगे जनता को भरमाने वाला और खोखली बयानबाजी ही कही जाएगी।
इमरान ख़ान ने ये कह कर अपने ही देशवासियों को सकते में डाल दिया है कि अगर ज्यादा लोग कोरोना का शिकार हुए तो देश की स्वास्थ्य व चिकित्सा व्यवस्था धड़ाम हो जाएगी। इमरान ने कहा कि जो वृद्ध लोग हैं, सिर्फ उन्हें ही तुरंत मेडिकल अटेंशन देने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि जो भी कोरोना वायरस के शिकार हुए हैं, उनमें से 97% पूरी तरह ठीक हो जाएँगे और 90% लोगों को नार्मल फ्लू की तरह ही बीमारी होगी, जिन्हें डरने की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी चीजें बंद हो गई तो लोग भूखे मरेंगे।
उन्होंने पाकिस्तान को सम्बोधित करते हुए कहा था कि अगर 4-5% मरीज भी बाहर निकले तो हज़ारों संक्रमित होकर बीमार पड़ जाएँगे। उन्होंने लोगों को सलाह दी थी कि वो दौड़ कर मेडिकल टेस्ट कराने हॉस्पिटल न जाएँ। अमेरिका का उदाहरण देते हुए ख़ान ने दावा किया कि किसी भी देश के पास इतने संसाधन नहीं हैं कि सर्दी-जुकाम के शिकार सभी लोगों का मेडिकल टेस्ट कराया जा सके। अपने ही पीएम की ऐसी सलाह से पाकिस्तानी हैरान हैं।
इस सबके बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोरोना से प्रभावित देशों की संख्या 166 तक पहुँच चुकी है जिनमें कोरोना से जुड़े दो लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। वहीं कोरोना संक्रमण के चलते मरने वालों की कुल संख्या दुनिया में 8600 से ज्यादा हो चुकी है।
मुख्य संपादक, उगता भारत