ओ३म
===========
कल रविवार दिनांक 8-3-2020 को वैदिक साधन आश्रम तपोवन देहरादून में 20 दिवसीय चतुर्वेद पारायण यज्ञ एवं योग ध्यान साधना शिविर का समापन हुआ। इस कार्यक्रम में साधक के रूप में एक व्यक्ति श्री वेदपाल सिंह, मेरठ भी उपस्थित थे। आपने एक साधक के रूप में इस शिविर में चार दिन व्यतीत किये। श्री वेदपाल सिंह जी स्वामी चित्तेश्वरानन्द सरस्वती जी से कुछ समय से जुड़े हैं और उनकी प्रेरणा एवं प्रयासों से वह यज्ञ एवं योग में प्रवृत्त हुए हैं। आप उत्तर प्रदेश पुलिस में ए.एस.पी. रैंक के तुल्य अधिकारी हैं। इनकी विशेषता यह है कि यह विभाग में अपनी सच्चाई, नेकनियती एवं ईमानदारी के आधार पर अपनी पहचान बनाये हुए हैं। वैदिक साधन आश्रम तपोवन के मंत्री श्री प्रेम प्रकाश शर्मा जी ने यज्ञ की पूर्णाहुति के बाद इनका परिचय दिया और बताया कि इन्हें अपनी सच्चाई एवं ईमानदारी के आधार पर एस.पी. पद के समकक्ष पद पर पदोन्नत किया गया है। आर्यसमाज के लिये यह एक गौरव की बात है कि पुलिस विभाग में ऋषि दयानन्द का एक अनुयायी अपनी सत्यता व सदाचार के लिये विख्यात है।
श्री वेदपाल सिंह जी का जन्म 14 अगस्त, 1972 को गांव श्वेतकुआं थाना खरखोदा जिला मेरठ में हुआ था। आपके पिता श्री धीरजसिंह जी फौज में रहे और उन्होंने सन् 1962, 1965 तथा 1971 के युद्धों में भाग लिया। आप आर्यसमाज के सम्पर्क में कैसे आये, इसका उत्तर देते हुए आपने बताया कि सन् 2014 में आप उत्तराखण्ड में धौलास के निकट जंगलों में घूम रहे थे। वहां आपकी भेंट स्वामी चित्तेश्वरानन्द सरस्वती जी से हो गई। उनके प्रभाव व सान्निध्य से आप यज्ञों के प्रति आकर्षित हुए और ऋषि दयानन्द और आर्यसमाज के अनुयायी बने। आप किसी आर्यसमाजी संस्था से सम्बद्ध नहीं हैं। आप एम.ए., एम.एड तथा एम.फिल. पढ़े हैं। सन् 2000 में आपकी पुलिस इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्ति हुई थी। आपने पुलिस विभाग की सेवा में आने से पूर्व कुछ समय वकालत भी की परन्तु पिता के विरोध के कारण आपने यह कार्य छोड़ दिया था। पिता का कहना था कि हमारे इस व्यवसाय में भ्रष्टाचार है इसलिये यह काम नहीं करना है। आपने बताया कि सन् 2017 में आपके एक विभागीय डी.जी. श्री सूर्य प्रकाश शुक्ला ने गोपनीय सर्वे कराकर विभाग में ईमानदार अधिकारियों की एक सूची तैयार कराई। यह सर्वें एक प्राइवेट संस्था से कराया गया था। इस सर्वें में आप पुलिस विभाग के एक ईमानदार अधिकारी पाये गये और इस कारण आपको सन् 2018 में मुख्यमंत्री श्री आदित्य नाथ योगी जी द्वारा आपके विभाग के प्रमुख सचिव एवं डीजीपी महोदय की उपस्थिति में सम्मानित किया गया। आप प्रोन्नति पाकर जिला कमाण्डेण्ट सहायक एस.पी. बनाये गये हैं। आपके पास गाजियाबाद का अतिरिक्त प्रभार भी है। आप पुलिस जवानों के वैलफेयर सहित उनके वेतन एवं भर्ती आदि अनेक कार्यों को देखते हैं।
आपके परिवार में आपके माता व पिता हैं। अन्य सदस्यों में आपकी धर्मपत्नी, एक पुत्र व एक पुत्री है। आपको सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा अपने पिता से मिली है। आपके पिता त्रिफला औषधि से आंखों के रोग की औषधि बनाते हैं जिसका आप देश विदेश के लोगों में निःशुल्क वितरण करते हैं। आप बताते हैं कि इस ओषधि से आंखों के प्रायः सभी रोग दूर होते हैं। तपोवन आश्रम में भी इस ओषधि का निःशुल्क वितरण किया गया। आपने हमें बताया कि आपकी यह ओषधि विश्व के नौ देशों में पहुंच चुकी है। हम श्री वेदपाल सिंह जी को उनके सत्य आचरण व व्यवहार के लिये अपनी ओर से बधाई देते हैं। ओ३म् शम्।
-मनमोहन कुमार आर्य