दिल्ली जलती रही और केजरीवाल बांसुरी बजाते रहे : नंदकिशोर मिश्र
सत्यजीत
नई दिल्ली । अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित बाबा नंद किशोर मिश्रा ने कहा है कि पिछले दिनों दिल्ली जलती रही और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल बांसुरी बजाते रहे । उन्होंने कहा कि राजनीति कितनी संवेदना शून्य , स्वार्थी , पदलोलुप और सत्ता स्वार्थों को साधने के लिए किसी भी स्तर तक गिरने वाली हो सकती है इसका प्रत्यक्ष प्रमाण अभी हाल ही में दिल्ली में हुए दंगों को देखकर मिला ।
उन्होंने कहा कि सांप्रदायिकता को भड़काकर लोगों के भीतर पहले आक्रोश पैदा किया गया और उसके पश्चात जब आक्रोश से दिल्ली जाने लगी तो घड़ियाली आंसू बहाते हुए केजरीवाल बाहर आए। श्री मिश्र ने कहा कि केजरीवाल जैसे लोगों को पहले ही सावधान होकर बोलना चाहिए था । राजनीति के गिरे हुए स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि राजनीतिज्ञों की जुबान खराब होने से माहौल खराब होता है।
यदि राजनीतिक दल सांप्रदायिकता की राजनीति को त्याग कर सर्वे भवंतू सुखिन:- के आधार पर राजधर्म का निर्वाह करें तो ऐसी स्थिति आ नहीं आ सकती। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने सांप्रदायिकता को भड़काने का तरीका मुस्लिमों को अधिक टिकट देकर दिखाया , साथ ही शाहीन बाग में उनके इशारे पर महिलाओं को एकत्र किया गया और फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत की छवि को खराब करने के उद्देश्य से यह प्रचार-प्रसार कराया कि भारत में अल्पसंख्यकों का जीना दूभर हो गया है। ऐसी परिस्थितियों में लोगों को एक दूसरे के खिलाफ आक्रामक होने और हिंसा करने का मौका मिला। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कांग्रेस की नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्होंने भी माहौल को खराब करने का प्रयास किया और शांत दिल्ली में आग लगाने की वाले बयान दिए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अब समय आ गया है जब ऐसे नेताओं के खिलाफ कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।