स्मार्ट विलेज बसाने के संकल्प को लेकर हिंदू महासभा उतरेगी चुनावी मैदान में : डॉ राकेश आर्य
गुवाहाटी । यहां पर प्रदेश कार्यकारिणी के गठन के अवसर पर अखिल भारत हिंदू महासभा के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ राकेश कुमार आर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि स्मार्ट विलेज बसाने के संकल्प के साथ अखिल भारत हिंदू महासभा चुनावी मैदान में उतरेगी । उन्होंने कहा कि शहरीकरण की प्रक्रिया के दुष्परिणाम देश देख चुका है। जबकि भारत की प्राचीन सांस्कृतिक और राजनीतिक प्रणाली के अंतर्गत गांवों को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया जाता था । जिसे फिर से अपनाकर देश का संतुलित और बहुमुखी विकास करना समय की आवश्यकता है।
डॉ आर्य ने कहा कि इस योजना को व्यावहारिक रूप देने के लिए अखिल भारत हिंदू महासभा प्रत्येक गांव में पंचायत शाला , गौशाला , पाठशाला , धर्मशाला , कृषक शाला और व्यायाम शालाओं का निर्माण करेगी । साथ ही उनके रखरखाव का पूरा खर्च भी सरकार स्वयं वहन करेगी। इतना ही नहीं उनके लिए बिजली भी चौबीसों घंटे मुफ्त देने की व्यवस्था की जाएगी । साथ ही ऐसी प्रत्येक सुविधा गांव स्तर पर देने का प्रयास करेगी जिनको लेकर गांव से प्रतिभा पलायन होता है।
हिंदू महासभा नेता ने कहा कि हम प्रदेश में रोजगार देने का एक ऐसा तंत्र विकसित करेंगे कि कोई भी युवा बेरोजगार न हो और रोजगार प्राप्त लोगों की सरकार प्रदेश में स्थापित हो । प्रत्येक परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी या निजी क्षेत्र की नौकरी देना सुनिश्चित किया जाएगा।
डॉक्टर आर्य ने कहा कि महिला सशक्तिकरण समय की आवश्यकता है । महिलाओं का सम्मान और प्रत्येक क्षेत्र में उनके लिए ऐसी परिस्थितियां पैदा करना जिससे कि वह आत्मसम्मान का जीवन जी सकें , लागू करना सरकार की प्राथमिकता होगी । उन्होंने कहा कि 33% आरक्षण प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं के लिए लागू किया जाएगा ।साथ ही किसी भी परिवार में पैदा होने वाली बच्ची के जन्म के समय 50000 और 50,000 उसके विवाह के समय सरकार की ओर से कन्यादान के रूप में दिया जाएगा । जिससे कोई भी गरीब व्यक्ति कन्या को अपने लिए बोझ न समझे।
आर्य ने कहा कि अहोम राजाओं को न केवल आसाम के स्कूलों के पाठ्यक्रम में स्थान दिया जाएगा बल्कि राष्ट्रीय इतिहास के लेखन में भी उन्हें उचित सम्मान दिया जाएगा। जिससे उनके गौरवपूर्ण इतिहास को देश के अन्य क्षेत्र के लोगों को जानने व समझने का अवसर उपलब्ध हो और देश की मुख्यधारा में इस प्रांत के ऐतिहासिक योगदान को स्थान दिया जा सके । उन्होंने कहा कि आसाम को प्राग्ज्योतिषपुर के नाम से प्राचीन काल में जाना जाता था इसलिए हिंदू महासभा यहां की राजधानी का नाम भी प्राग्ज्योतिषपुर के नाम से ही रखेगी । जिससे कि इसके गौरवपूर्ण इतिहास की झलक दी जा सके ।उन्होंने कहा कि आसाम का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है । यहां पर कभी भी किसी विदेशी सत्ता का शासन नहीं रहा । इस पवित्र भूमि के ऐतिहासिक गौरवपूर्ण कृत्यों को देश के शेष भागों के लोगों को जानना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी यदि सत्ता में आती है तो मंदिरों के पुजारियों और नामघर पुजारियों को ₹10000 प्रत्येक माह दिए जाएंगे । जिससे धार्मिक कार्यों को सही ढंग से जारी रखा जा सके और जो लोग देश के सांस्कृतिक विकास में अपना योगदान दे रहे हैं उनको उचित प्रोत्साहन सरकार की ओर से दिया जा सके। साथ ही मंदिरों के जीर्णोद्धार की प्रक्रिया को त्वरित गति प्रदान की जाएगी । जिससे लोगों को अपने गौरवपूर्ण सांस्कृतिक अतीत से जोड़ा जा सके ।
उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को आने-जाने की सुविधा मुफ्त प्रदान की जाएगी और 65 वर्ष की अवस्था को पार कर गए लोगों को 5 लीटर पेट्रोल प्रत्येक माह निशुल्क प्रदान किया जाएगा।
डॉ आर्य ने कहा कि हिंदू महासभा का यह स्पष्ट मानना है कि हिंदुत्व की बात करने वाले प्रत्येक राजनीतिक दल का वह समर्थन करेगी। साथ ही केंद्र सरकार की उन सारी नीतियों का भी वह समर्थन करती है जिससे हिंदुत्व को बल प्रदान होता है। उन्होंने कहा कि हम एनपीआर सीएए और एनआरसी जैसे केंद्र सरकार के द्वारा लिए गए निर्णय का भी समर्थन करते हैं। साथ ही राष्ट्रवादी विचारधारा के लोगों का आवाहन करते हैं कि राष्ट्र प्रथम के सिद्धांत को अपनाकर सरकार की उन नीतियों का खुला समर्थन किया जाए जो हिंदुत्व को मजबूती प्रदान करती हैं।
हिंदू महासभा के नेता ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित बाबा नंद किशोर मिश्र शीघ्र ही समान विचारधारा के दलों की एक विशेष बैठक आहूत करेंगे। जिसमें राष्ट्रवादी शक्तियों के साथ समन्वय स्थापित कर देश के सामने खड़ी चुनौतियों का सामना करने के लिए रणनीति तय की जाएगी। इस संदर्भ में पार्टी की ओर से कार्यकारी अध्यक्ष श्री संदीप कालिया को सभी अधिकार प्रदान कर दिए गए हैं। वह शीघ्र ही ऐसे दलों के साथ समन्वय स्थापित करेंगे जो हिंदूवादी शक्तियों को बल प्रदान करते हुए भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में ठोस कार्य करने के इच्छुक दिखाई देंगे।