पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे और AIMIM के नेता वारिस पठान के 15 करोड़ बनाम 100 करोड़ के बयान से असददुद्दीन ओवैसी की हकीकत सामने आ गई है। ओवैसी से सवाल पूछे जा रहे हैं कि आखिर जिस मंच पर वो मौजूद थे उस मंच से एक लड़की ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे क्यों लगाए? इससे भी बड़ा सवाल ये है कि जब उनकी पार्टी के नेता वारिस पठान 15 करोड़ बनाम 100 करोड़ का विवादित बयान दे रहे थे तो ओवैसी ने उन्हें रोकने की कोशिश क्यों नहीं की?
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने शुक्रवार को कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान घृणा की राजनीति हो रही है। पात्रा ने AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी के मंच पर लगे ‘पाकिस्तान जिन्दाबाद’ के नारे का जिक्र करते हुए कहा कि पूरे देश में नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही है। पात्रा ने सवाल किया कि पाकिस्तान जिन्दाबाद का नारा लगाने वाले से तो माइक छीन लिया गया, लेकिन वारिस पठान के भाषण पर माइक क्यों नहीं छीना गया। उस वक्त भी मंच पर ओवैसी मौजूद थे। जब मंच के पीछे सिखाया जाता है, तो मंच के आगे हकीकत निकल जाती है।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, ‘ये लोग CAA के नाम पर लोगों में भ्रम फैला रहे हैं।इनके हाथ में संविधान है, लेकिन दिल में वारिस पठान है।’
सोशल मीडिया पर ये भी सवाल पूछे जा रहे हैं कि छोटी-छोटी बातों पर बयान और ट्वीट करने वाले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने आखिर वारिस पठान के जहरीले बयान पर प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी। शाहीन बाग में स्टूडेंट्स की पिटाई के फेक Edited वीडियो पर प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर सरकार से सवाल किए लेकिन वारिस पठान के बयान पर प्रियंका गांधी और राहुल गांधी दोनों चुप हैं। इसके साथ ही तथाकथित सेकुलर पत्रकारों ने भी इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है।
ऐसा नहीं है कि असदुद्दीन ओवैसी और AIMIM के नेताओं ने इस तरह के विवास्पाद बयान पहली बार दिए हैं। इससे पहले भी उसके नेता कई मौकों पर जहरीने बयान देकर देश को बांटने की कोशिश की है।
ओवैसी के मंच से लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे
बेंगलुरु में नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में हुई रैली में अमूल्या नाम की एक लड़की ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए। इस रैली में AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी भी थे। लड़की के ख़िलाफ़ देशद्रोह का केस दर्ज किया गया था। हालांकि AIMIM चीफ़ असदुद्दीन आवैसी ने सफाई देते हुए कहा कि उनका उस लड़की से कोई लेना-देना नहीं है, उसे किसी ने नहीं बुलाया था।
100 करोड़ पर भारी हैं 15 करोड़
AIMIM के नेता वारिस पठान ने कर्नाटक के गुलबर्गा में जनसभा को संबोधित करते हुए बेहद विवादित बयान देते हुए कहा कि हम 15 करोड़ हैं और 100 करोड़ लोगों पर भारी हैं। पूर्व विधायक वारिस पठान ने जहर उलगते हुए कहा कि हमने ईंट का जवाब पत्थर से देना सीख लिया है। मगर हमको इकट्ठा होकर चलना पड़ेगा। आजादी लेनी पड़ेगी और जो चीज मांगने से नहीं मिलती है, उसको छीन लिया जाता है। हमको कहा जा रहा है कि हमने अपनी मां और बहनों को आगे भेज दिया है। हम कहते हैं कि अभी सिर्फ शेरनियां बाहर निकली हैं, तो आपके पसीने छूट गए। अगर हम सब साथ में आ गए, तो सोच लो क्या होगा। हम 15 करोड़ ही 100 करोड़ लोगों पर भारी हैं। यह बात याद रख लेना।
15 मिनट में हिंदुओं को खत्म करने की धमकी
इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई और एमआईएम के नेता व विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद के अदीलाबाद के निर्मल इलाके में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, “अरे हिन्दुस्तान, हिन्दुस्तान हम 25 करोड़ हैं न, तुम 100 करोड़ हो न। तुम तो हमारे से इतने ज्यादा हो, 15 मिनट के लिये पुलिस को हटा लो, बता देंगे, किसमें कितनी हिम्मत है। एक सौ क्या, एक हजार क्या, एक करोड़ नामर्द मिलकर भी कोशिश कर लें तो एक को भी पैदा नहीं कर सकते। ये लोग हमसे मुकाबला नहीं कर सकते।”
‘हमारे पूर्वजों ने किया 800 सालों तक शासन’
जनवरी 2020 को विवादित बयान देते हुए असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि किसी को भी डरने और घबराने की जरूरत नहीं है, हमको इनकी बातों में आने की जरूरत नहीं है। जो लोग पूछ रहे हैं कि मुसलमान के पास क्या है, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि तू मेरे कागज देखना चाहता है। मैंने 800 बरस तक इस मुल्क में हुक्मरानी और जांबाजी की है। ये मुल्क मेरा था, मेरा है और मेरा रहेगा। मेरे अब्बा और दादा ने इस मुल्क को चारमीनार दिया, कुतुब मीनार दिया, जामा मस्जिद दिया। हिंदुस्तान का पीएम जिस लाल किले पर झंडा फहराता है उसे भी हमारे पूर्वजों ने ही दिया है।