भारत में इस्लामी कट्टरवादी लगातार ‘गजवा-ए-हिन्द’ का सपना देखते हैं। वो चाहते हैं कि पूरी दुनिया में उनके मजहब का राज हो और उनका खलीफा गद्दी पर बैठे। कट्टरपंथी मौलवियों, हिन्दू-विरोधी नेताओं और कथित विचारकों की तरफ से गाहे-बगाहे ऐसे बयान आते रहते हैं, जिससे पता चलता है कि भारत के मुसलमानों को भड़का कर उन्हें हिन्दु-विरोधी बनाया जा रहा है। उन्हें याद दिलाया जा रहा है कि तुमने ‘700 साल राज किया है’ और ताजमहल, लाल किला व चारमीनार जैसे ऐतिहासिक ढाँचे ‘उनके’ हैं, देश के नहीं। इसी क्रम में एक और मौलवी का बयान वायरल हो रहा है।
सोशल मीडिया पर लेखक तारिक फतह, मेजर सुरेंद्र पुनिया और भाजपा प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने उक्त मौलवी का वीडियो शेयर करते हुए उसकी आलोचना की है और तुरंत गिरफ़्तारी की माँग उठाई है। वायरल वीडियो में मौलवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मरने की बात कही है और धमकी भी दी है। मौलवी ने पीएम मोदी को लेकर पूछा कि वो कब तक कुर्सी से चिपके रहेंगे?
मौलवी ने पूर्व केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर भी बड़ा आरोप लगाया। मौलवी ने कहा कि सुषमा स्वराज ‘जैसी औरत’ ने कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी को प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया था, इसीलिए उनकी मृत्यु हो गई और वो ‘अपने अंजाम तक पहुँच गईं।’ मौलवी ने आपत्तिजनक व भड़काऊ बयानों की बौछार करते हुए आगे कहा:
“शीला दीक्षित हाल ही में मरीं और अरुण जेटली की भी मृत्यु हो गई। दोनों अपने अंजाम तक पहुँचे। जब गाँधी, नेहरू, राजीव गाँधी, चंद्रशेखर, नरसिम्हा राव और वाजपेयी नहीं रहा तो फिर मोदी-शाह रह जाएगा क्या? ये दोनों भी नहीं रहेगा। तू क्यों घबराता है? क्यों फिक्रमंद होता है? दो-चार साल सब्र रख, इन्तजार कर। दूसरों का जो भी अंजाम हुआ है, उससे बुरा अंजाम मोदी-शाह का होगा।”
मौलाना सीएए और एनआरसी से भी ख़ासा ख़फ़ा है। उसने उपस्थित लोगों (मुसलमानों) को भड़काते हुए पीएम मोदी व पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की ‘मृत्यु’ की दुआ की। उसने कहा कि जो सीएए और एनआरसी लेकर ‘मुस्लिमों को मिटाने’ का सपना देख रहा है, उसे श्मसान में लाठी से मार-मार कर जलाया जाएगा। मौलाना ने दावा किया कि आज से कुछ सालों बाद 30 करोड़ मुस्लिमों की जनसंख्या बढ़ कर 60 करोड़ हो जाएगी और इस्लाम-मुक्त भारत का सपना देखने वालों के बाल-बच्चे जिन्दा रहे तो वो देखेंगे कि भारत में हर तरफ इस्लामी हुकूमत का ही झंडा लहराएगा।
मुनव्वर राणा, शेहला रशीद, आरफा खानम, राहत इंदौरी आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार जो हिन्दू लोग आदम में यकीन नहीं करते क….
मौलाना जब ऐसी आपत्तिजनक बातें कर रहा था और अपने कौम के लोगों को भड़का रहा था, तब वहाँ उपस्थित लोग उसकी बातों पर तालियाँ पीट रहे थे। मुसलमानों ने ‘नारा-ए-तकबीर’ और ‘अल्लाहु अकबर’ जैसे मजहबी नारों के साथ मौलाना के बयान का स्वागत किया।