आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में आरजेडी के साथ उतरने का फैसला किया। दोनों पार्टियों ने बिहार मूल के मतदाताओं को साधने के लिए गठबंधन किया था। लेकिन, इसका लाभ न ही कांग्रेस को मिला और न ही आरजेडी को। बिहार में अपने गठबंधन के सीनियर साथी को कांग्रेस ने दिल्ली में भी जमीन तलाशने का मौका दिया, लेकिन कांग्रेस की तरह ही आरजेडी को भी दिल्ली की जनता ने पूरी तरह से नकार दिया। स्थिति यह है कि तीन सीटों पर कांग्रेस गठबंधन पर नोटा भारी पड़ा।
आरजेडी ने कांग्रेस से हाथ मिलाकर दिल्ली में पैर ज़माने का प्रयास किया, जिसे दिल्ली की जनता ने पूर्णरूप से नकार दिया। वैसे दोनों ही पार्टियां अपनी जमीनी स्तर साधने का प्रयास कर रही है। हकीकत में देखा जाए तो अगर राहुल कांग्रेस के लिए प्रभावी सिद्ध नहीं हो रहे, उसी भांति लालू यादव के पुत्र तेजस्वी यादव भी अपना प्रभाव दिखाने में नाकाम ही सिद्ध हो रहे हैं।
पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार दिल्ली के मतदाताओं ने नोटा का बटन अधिक दबाया। कांग्रेस के साथ हुए समझौते के तहत आरजेडी दिल्ली में चार सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ रही थी। ये सीटें थीं-पालम, किराड़ी, उत्तम नगर और बुराड़ी। इन चारों सीटों पर उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई, इन चार सीटों में से तीन पर तो आरजेडी उम्मीदवारों को NOTA से भी कम वोट मिले।
असफल हुआ कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली में कांग्रेस और आरजेडी ने अपने गठबंधन का ट्रायल करने की कोशिश की। लेकिन दिल्ली में यह प्रयोग असफल रहा। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक पालम से आरजेडी उम्मीदवार निर्मल कुमार सिंह को मात्र 552 वोट मिले। इसी सीट पर 848 लोगों ने अपने विकल्प के रूप में NOTA का इस्तेमाल किया।
अगर उत्तम नगर विधानसभा सीट की बात करें तो यहां पर राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार शक्ति कुमार बिश्नोई को मात्र 377 वोट मिले। इस विधानसभा सीट पर कुल 182547 वोट पड़े थे। यहां पर 838 लोगों ने NOTA पर बटन दबाया।
किराड़ी विधानसभा सीट की बात करें तो यहां पर आरजेडी उम्मीदवार मोहम्मद रियाजुद्दीन खान को मात्र 256 वोट मिले। इस बूथ पर 1071 लोगों ने NOTA पर बटन दबाया था। इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 173432 वोट पड़े थे।
बुराड़ी विधानसभा सीट पर आरजेडी उम्मीदवार NOTA से ज्यादा वोट तो ले आया, लेकिन अपनी जमानत बचाने में सफल नहीं रहा। बुराड़ी में आरजेडी उम्मीदवार प्रमोद त्यागी ने 2278 वोट हासिल किए। यहां पर NOTA को 1206 वोट मिले थे।
कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में आरजेडी के साथ उतरने का फैसला किया। दोनों पार्टियों ने बिहार मूल के मतदाताओं को साधने के लिए गठबंधन किया था। लेकिन, इसका लाभ न ही कांग्रेस को मिला और न ही आरजेडी को। बिहार में अपने गठबंधन के सीनियर साथी को कांग्रेस ने दिल्ली में भी जमीन तलाशने का मौका दिया, लेकिन कांग्रेस की तरह ही आरजेडी को भी दिल्ली की जनता ने पूरी तरह से नकार दिया। स्थिति यह है कि तीन सीटों पर कांग्रेस गठबंधन पर नोटा भारी पड़ा।
आरजेडी ने कांग्रेस से हाथ मिलाकर दिल्ली में पैर ज़माने का प्रयास किया, जिसे दिल्ली की जनता ने पूर्णरूप से नकार दिया। वैसे दोनों ही पार्टियां अपनी जमीनी स्तर साधने का प्रयास कर रही है। हकीकत में देखा जाए तो अगर राहुल कांग्रेस के लिए प्रभावी सिद्ध नहीं हो रहे, उसी भांति लालू यादव के पुत्र तेजस्वी यादव भी अपना प्रभाव दिखाने में नाकाम ही सिद्ध हो रहे हैं।
पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार दिल्ली के मतदाताओं ने नोटा का बटन अधिक दबाया। कांग्रेस के साथ हुए समझौते के तहत आरजेडी दिल्ली में चार सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ रही थी। ये सीटें थीं-पालम, किराड़ी, उत्तम नगर और बुराड़ी। इन चारों सीटों पर उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई, इन चार सीटों में से तीन पर तो आरजेडी उम्मीदवारों को NOTA से भी कम वोट मिले।
असफल हुआ कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली में कांग्रेस और आरजेडी ने अपने गठबंधन का ट्रायल करने की कोशिश की। लेकिन दिल्ली में यह प्रयोग असफल रहा। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक पालम से आरजेडी उम्मीदवार निर्मल कुमार सिंह को मात्र 552 वोट मिले। इसी सीट पर 848 लोगों ने अपने विकल्प के रूप में NOTA का इस्तेमाल किया।
अगर उत्तम नगर विधानसभा सीट की बात करें तो यहां पर राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार शक्ति कुमार बिश्नोई को मात्र 377 वोट मिले। इस विधानसभा सीट पर कुल 182547 वोट पड़े थे। यहां पर 838 लोगों ने NOTA पर बटन दबाया।
किराड़ी विधानसभा सीट की बात करें तो यहां पर आरजेडी उम्मीदवार मोहम्मद रियाजुद्दीन खान को मात्र 256 वोट मिले। इस बूथ पर 1071 लोगों ने NOTA पर बटन दबाया था। इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 173432 वोट पड़े थे।
बुराड़ी विधानसभा सीट पर आरजेडी उम्मीदवार NOTA से ज्यादा वोट तो ले आया, लेकिन अपनी जमानत बचाने में सफल नहीं रहा। बुराड़ी में आरजेडी उम्मीदवार प्रमोद त्यागी ने 2278 वोट हासिल किए। यहां पर NOTA को 1206 वोट मिले थे।
मुख्य संपादक, उगता भारत