जमशेदपुर । (विशेष संवाददाता ) यहां पर राष्ट्रीय इतिहास पुनर्लेखन समिति की एक बैठक सर्किट हाउस एरिया में संपन्न हुई । बैठक की अध्यक्षता नगर के प्रसिद्ध समाजसेवी अरूण बाकरेवाल ने की ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित समिति के राष्ट्रीय संयोजक धर्म चंद्र पोद्दार ने जानकारी दी कि आगामी 29 फरवरी 2020 को नई दिल्ली स्थित श्री विश्वकर्मा मंदिर भवन में समिति की प्रथम आम सभा एवं कोर कमेटी की बैठक अपराहन 3:00 बजे से होनी है ।
इस बैठक में भारत के लगभग सभी प्रांत के प्रतिनिधि भाग लेंगे । राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि यह बैठक कई मायनों में विशेष होगी । क्योंकि इस समय देश की राष्ट्रवादी शक्तियां इतिहास के दोबारा लिखे जाने की बड़ी गंभीरता से मांग कर रही हैं ।आज इस देश को नए इतिहास की आवश्यकता है ।
श्री पोद्दार ने कहा कि मैकाले के द्वारा इस देश की संस्कृति को नष्ट करने वाला इतिहास बनवाया गया था । यह दुर्भाग्य का विषय है कि कांग्रेस की सरकारों ने भी 1937 में अपने द्वारा पारित शिक्षा योजना को लागू करते हुए लॉर्ड मैकाले से भी बदतर इतिहास हमारी पीढ़ियों को पढ़ाने का प्रयास किया जो आज तक जारी है। उन्होंने कहा कि अब आवश्यकता है कि हम अपने सही इतिहास को जाने और इसके लिए अपनी संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष जो कि एक अंतरराष्ट्रीय लेखक है डॉ राकेश कुमार आर्य इनके द्वारा नया इतिहास लिखा भी जा चुका है और भी आगे वह लिखते जा रहे हैं ।
ऐसी जानकारी मिली है कि उनके द्वारा लिखित इतिहास को ब्रिटेन और अमेरिका क कई विश्वविद्यालयों में गंभीरता से चर्चा में लाया जा रहा है। यह जानकारी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर ने आज से लगभग डेढ़ माह पूर्व फोन पर दी थी और यह हम सभी के लिए अत्यंत ही प्रसन्नता का विषय है कि डॉ राकेश कुमार आर्य जी द्वारा लिखित इतिहास को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाया जाने लगा है ।
डॉ राकेश कुमार आर्य प्रसिद्ध हिंदी दैनिक अखबार उगता भारत के प्रधान संपादक भी हैं और यह अखबार गाजियाबाद नई दिल्ली से प्रकाशित होता है।
इसका ई पेपर विश्व के लगभग डेढ़ सौ देशों में पढ़ा जाता है और इसके पाठकों की संख्या लगभग 70 लाख है ।
इस प्रकार राष्ट्रीय इतिहास पुनर्लेखन समिति के पास ऐसे अंतरराष्ट्रीय लेखक भी हैं और कई स्थानों के विद्वत जन इस समिति में सम्मिलित हैं ।
उत्तर प्रदेश के बिजनौर , गाज़ीपुर , प्रयागराज , अयोध्या , वाराणसी , लखनऊ , बुलंदशहर के अलावे हरियाणा , राजस्थान , झारखंड , पश्चिम बंगाल , गुजरात , उत्तराखंड , आसाम , मध्यप्रदेश एवं अनेक स्थानों के लोग इस समिति में सम्मिलित है ।
इन सभी स्थानों के प्रतिनिधि आगामी 29 फरवरी को नई दिल्ली मैं होने वाली बैठक में पहुंच रहे हैं ।
बैठक में उपस्थित लोगों ने इन सब जानकारी पर प्रसन्नता व्यक्त की और नई दिल्ली में होने वाली बैठक की तैयारियों को लेकर काफी विचार विमर्श किया गया ।
नई दिल्ली की बैठक को सफल करने हेतु सभी बिंदुओं पर काफी चर्चा की गई और उन्हें अंतिम रूप दिया गया । बैठक के अंत में श्री राजेंद्र अग्रवाल जी ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।बैठक में मुख्य रूप से श्री अरूण बाकरेवाल के अलावे गिरधारी लाल देबूका जी , धर्म चंद्र पोद्दार , राजेंद्र अग्रवाल , अजीत सिंह के नाम उल्लेखनीय हैं ।
यह जानकारी राष्ट्रीय इतिहास पुनर्लेखन समिति द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई है ।
मुख्य संपादक, उगता भारत