नई दिल्ली । देश के 70वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर परेड का आयोजन किया गया । जिसमें भारतीय सशस्त्र सेनाओं के शौर्य और पराक्रम की छटा को देखकर उपस्थित जनसमुदाय ही नहीं बल्कि देश व दुनिया के कोने कोने में बैठे लोग भी गर्व और गौरव से भर गए ।
इस मौक़े पर दिल्ली के राजपथ पर हर साल की तरह परेड आयोजित हुई. इसमें ब्राज़ील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो मुख्य अतिथि थे और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने परेड की सलामी ली। परेड में विभिन्न राज्यों ने अपनी झांकियां पेश कर देश की राष्ट्रीय एकता और अखंडता के प्रति अपनी वचनबद्धता को दोहराया।
90 मिनट की परेड में देश की सैन्य के साथ-साथ सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिति नज़र आई। देश की राष्ट्रीय एकता और अखंडता की परिचायक इन झांकियों के साथ-साथ सेना के पराक्रम को दिखाने वाले झांकियों से शत्रु भी दाँत तले दबा अंगुली दबा कर रह गया होगा।
बड़ी संख्या में दर्शक राजपथ पर मौजूद रहे और परेड में देश की विविधता दिखी. इस बार की परेड में बहुत सारी चीज़ें पहली बार हुईं. साथ ही पश्चिम बंगाल और केरल जैसे राज्यों की झांकियां इसमें पेश नहीं हो सकीं क्योंकि केंद्र ने उनके झांकी के विचार को ख़ारिज कर दिया था ।
इस बार के परेड कार्यक्रम में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक को भी शामिल किया गया था. पहले प्रधानमंत्री अमर जवान ज्योति पर पुष्पांजलि अर्पित करते थे लेकिन इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युद्ध स्मारक गए और उन्होंने देश के शहीद जवानों को याद किया. प्रधानमंत्री ने इस नई परंपरा की शुरुआत कर अपने उन शहीदों के प्रति कृतज्ञ राष्ट्र की कृतज्ञता ज्ञापित की जिन्होंने किसी भी समय युद्ध के समय अपने प्राण गवा कर अपना सर्वोत्कृष्ट बलिदान मातृभूमि के लिए दिया।
सैन्य शक्ति को दिखाने वाले मिशन शक्ति के एंटी-सैटेलाइट वीपन, धनुष आर्टिलरी, चिनूक और अपाचे हेलीकॉप्टर इस बार की परेड में नज़र आए.
गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार कॉर्प्स ऑफ़ आर्मी एयर डिफ़ेंस का दल भी शामिल हुआ. इसके अलावा बंगाल इंजीनियर्स ग्रुप एंड सेंटर का कंबाइंड बैंड और गार्ड्स ट्रेनिंग सेंटर का ब्रिगेड भी इसमें शामिल हुआ.
71वें गणतंत्र दिवस में पहली बार सीआरपीएफ़ के ऑल वुमन बाइकर्स दल ने भाग लिया. इसका नेतृत्व आरएएफ़ की इंस्पेक्टर सीमा नाग कर रही थीं. इस महिला समूह ने मोटरसाइकिल पर हैरतअंगेज़ करतब दिखाए.राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहीद जवानों को सलामी दी।
वहीं, दिन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं.
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लौटने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि ब्राज़ील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो के साथ राजपथ पहुंचे.
राजपथ पर पहुंचने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने झंडा फ़हराया. जिसके बाद 21 तोपों की सलामी और राष्ट्रगान हुआ.
राष्ट्रगान के बाद राष्ट्रपति ने सलामी लेनी शुरू की. गणतंत्र दिवस के परेड कमांडर लेफ़्टिनेंट जनरल असित मिस्त्री ने सबसे पहले सलामी दी. उसके बाद वीरता पुरस्कार विजेता जवानों ने सलामी दी.
परेड की शुरुआत में राजपथ पर ज़मीन से हवा में मार करने वाला आकाश मिसाइल सिस्टम दिखाई दिया. इसके बाद दर्शकों को मोह लेने वाले पैरा स्पेशल फ़ोर्सेज़ का दस्ता भी पहुंचा.
राजपथ पर पहली बार ‘धनुष’ गन सिस्टम भी दिखाई दिया. कैप्टन तान्या शेरगिल ने कॉर्प्स ऑफ़ सिग्नल्स मार्चिंग दस्ते का नेतृत्व किया.
गणतंत्र दिवस के मौक़े पर कई राजनीतिक हस्तियां भी नज़र आईं. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनकी पत्नी के अलावा बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी परेड देखने पहुंचे।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, ग़ुलाम नबी आज़ाद, लालकृष्ण आडवाणी और जेपी नड्डा जैसे कई वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री भी परेड देखने वालों में सम्मिलित हुए।