पृथ्वी को हमेशा के लिए क्षतिग्रस्त कर सकते हैं भूकंप
चिली जैसे छोटे देश को लाखों सालों से तबाह करता आ रहे भूकंप पर किए अध्ययन से ये साफ हो गया है कि अत्यधिक तीव्र भूकंप के झटके पृथ्वी को हमेशा के लिए क्षतिग्रस्त कर देते हैं।इससे पूर्व के शोधों में हमेशा यही पाया गया कि भूकंप आने के बाद पृथ्वी पर हुई तबाही की भरपाई धरती खुद-ब-खुद ही कालातर में कर लेती है। विश्व में सतह पर हुई तबाही और दरारें भर जाती हैं। हालाकि इस प्रक्त्रिया में कुछ महीने से लेकर कई दशक तक लग जाते हैं।वेबसाइट ऑवर अमेजिंग प्लानेट के अनुसार 1906 में अमेरिकी शहर सैन फ्रासिस्को में आए भीषण भूकंप में 80 फीसद शहर तबाह हो गया था। अब इस भरपाई के दस्तावेजी सबूत ग्लोबल पोजिशनिंग प्रणाली की मदद से तैयार हो चुके हैं। पृथ्वी की हलचल से हुई तबाही और उसके अमिट निशानों के सबूत अब सबके सामने लाए जाएंगे।हालाकि कोरेनल यूनिवर्सिटी के भूगर्भ शास्त्री रिचर्ड अल्मेंडिंगर के अनुसार नए शोध में उन भूकंपों का अध्ययन किया गया जिनकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर सात या उससे अधिक की थी। आठ से दस लाख सालों में चिली में आए दो से नौ हजार भूकंपों से आई तबाही के निशान पृथ्वी पर स्थाई थे।
-साभार(दैनिक जागरण)