नई दिल्ली । अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संदीप कालिया ने मांग की है कि सीएए के मुद्दे को लेकर देश में सांप्रदायिक दंगों को भड़काने के उद्देश्य से पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के द्वारा संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार आयोग की निगरानी में जनमत संग्रह कराए जाने की मांग पूर्णतया उनकी देशद्रोही मानसिकता को स्पष्ट करती है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की सोच देशद्रोह से भरी हुई है , इसलिए उन पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए। श्री कालिया ने कहा कि पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शासनकाल में हिंदुओं पर बेतहाशा अत्याचार किए जाते रहे हैं। जिन्हें छुपाने के लिए अब वह पूरे देश में सांप्रदायिकता की आग भड़काने की कोशिश कर रही हैं ।
श्री कालिया ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र या किसी भी बाहरी शक्ति की निगरानी में भारत में कोई जनमत संग्रह नहीं कराया जा सकता । क्योंकि ऐसा कुछ भी कराया जाना भारत की संप्रभुता को एक चुनौती होगी। ममता बनर्जी जिस प्रकार पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर अत्याचार कर रही हैं , उससे सुहरावर्दी के अत्याचारों को भी उन्होंने मात दे दी है । जिससे पश्चिम बंगाल की पवित्र भूमि पर हिंदुओं का रहना दूभर हो गया है । वह अपनी कुर्सी बचाने के लिए बांग्लादेश से आए घुसपैठियों के वोटों के बल पर जिंदा रहना चाहती हैं । जिसकी इजाजत अब यह देश नहीं देगा । श्री कालिया ने कहा कि 80% की हिंदू आबादी वाला भारत कल भी हिंदू राष्ट्र था , आज भी है और कल भी रहेगा । क्योंकि 80% की आबादी होने से यह स्वभाविक रूप से हिंदू राष्ट्र बन जाता है। जिसकी घोषणा की कोई आवश्यकता नहीं है।
श्री कालिया ने कहा कि देश में आग लगाने की इजाजत किसी भी पार्टी नेता को अब नहीं दी जा सकती । उन्होंने कहा कि इसके लिए भी कठोर कानून लाए जाने की आवश्यकता है , जिससे कि नेताओं की भड़काने वाली भाषा पर नियंत्रण स्थापित किया जा सके ।
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