नई दिल्ली । प्रधानमंत्री मोदी संसदीय गरिमा को बनाए रखने और संसद में नियमित उपस्थित रहने को लेकर कई बार सांसदों को आगाह कर चुके हैं , परंतु इसके बावजूद सांसद संसदीय गरिमा का ध्यान नहीं रख रहे हैं। जिसे लेकर प्रधानमंत्री श्री मोदी नाराज हैं ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बार-बार कहने के बावजूद सांसद संसद से गैरहाजिर हो रहे हैं। पीएम मोदी ने एकबार इसपर चिंता जाहिर की है। मंगलवार को हुई बीजेपी संसदीय दल की बैठक में इस बात का जिक्र किया गया। नई दिल्ली में आयोजित इस बैठक में प्रधानमंत्री ने झारखंड में चुनावी प्रचार की व्यवस्तता की वजह से हिस्सा नहीं लिया।
हालांकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी का संदेश सभी के सामने रखा। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने कहा है कि ‘प्रधानमंत्री मोदी संसद में सांसदों की कम हाजिरी से नाखुश हैं। प्रधानमंत्री का कहना है कि जब सदन में किसी बिल पर चर्चा हो रही हो तो सभी सांसदों का वहां उपस्थित होना है।’
इसके अलावा इस मीटिंग में भविष्य की रणनीति पर भी चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि ‘बीजेपी को अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ एकजूट होना होगा लेकिन उस कदर नहीं जितना कांग्रेस जाती है। क्योंकि बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जो अपनी अलग राय रखती है।’
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मंत्रियों के सदन से गैरहाजिर रहने पर कई बार कड़ी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। प्रधानमंत्री ने कहा था कि अब जो मंत्री सदन से गैरहाजिर रहेगा उसके बारे में उन्हें उसी दिन शाम को सूचना दी जाए। दरअसल प्रर्याप्त संख्याबल ने होने की वजह से कई मौकों पर जरूरी बिल पास नहीं हो सकते। इसके पीछे वजह है बीजेपी का संख्याबल प्रभावित होना। पिछले पांच साल में प्रधानमंत्री जनप्रतिनिधियों को उनकी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों के बारे में कई बार याद दिला चुके हैं।
राज्यसभा में सात सासंदों के प्रश्नकाल के दौरान गैर-हाजिर रहने पर सभापति वेंकैया नायडू नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि मीडिया इनके नाम छापे। वह उन सदस्यों के नाम भी जनता को बताए ताकि पता चले कि ये सांसद कौन हैं। वहीं सभापति के इतना कहते ही सांसदों ने अलग-अलग तर्क दिए। एक ने कहा कि उन्हें वायरल फीवर हुआ है और वगह टॉयलेट में था।