जमशेदपुर । राष्ट्रीय इतिहास पुनर्लेखन समिति जमशेदपुर की एक बैठक बसंत टॉकीज बिल्डिंग , साकची , जमशेदपुर में समिति के राष्ट्रीय संयोजक धर्म चंद्र पोद्दार की अध्यक्षता में हुई ।
बैठक में इतिहास पुनर्लेखन पर चर्चा की गई ।
श्री पोद्दार ने बैठक में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस देश की स्वतंत्रता में जिन क्रांतिकारियों ने अपना बलिदान दिया उनको और इस देश की अस्मिता को अक्षुण्ण रखने वाले महान योद्धा महाराणा प्रताप और उन जैसे अनेकों क्रांतिकारी बलिदानी यों को विद्यालयों के पाठ्यक्रम में सम्मिलित कर बच्चों को पढ़ाया जाए । जिससे कि आने वाली पीढ़ियों को भारत के वास्तविक इतिहास के बारे में जानकारी हो सके ।
श्री पोद्दार ने कहा कि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राकेश कुमार आर्य के द्वारा इस क्षेत्र में काफी सराहनीय कार्य किया गया है । जिससे भारत के गौरवपूर्ण अतीत को समझने और समझाने में आशातीत सफलता मिल रही है । इससे आने वाली पीढ़ी में देशभक्ति की भावना जगेगी ।
अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे ।
बैठक में 29 फरवरी 2020 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय इतिहास पुनर्लेखन समिति की राष्ट्रीय आम सभा में भागीदारी सुनिश्चित करने पर भी चर्चा की गई ।
निर्णय लिया गया कि जमशेदपुर से हम सभी और भी अधिकाधिक लोग इस सभा में अपनी भागीदारी अवश्य सुनिश्चित करेंगे । जिससे कि भारत के इतिहास के सटीक लेखन के कार्य को करने में सहायता मिल सके ।
धन्यवाद ज्ञापन अरुण बाकरेवाल जी ने दिया ।
बैठक में सम्मिलित होने वालों में श्री पोद्दार के अलावे राजेंद्र अग्रवाल , गिरधारीलाल देबुका ,अरूण बाकरेवाल आदि के नाम उल्लेखनीय हैं ।
यह जानकारी राष्ट्रीय इतिहास पुनर्लेखन समिति , जमशेदपुर के द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में दी गई है ।
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