संभल ।( वेदवसु आर्य ) यहां बबराला आर्य समाज की ओर से आयोजित किए गए विशाल आर्य महासम्मेलन में अपने विचार रखते हुए जिलाधिकारी श्री अविनाश कृष्ण ने कहा कि आर्य समाज का भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महान योगदान है ।
श्री कृष्ण ने कहा कि आर्य समाज एक ऐसी क्रांतिकारी विचारधारा है जो इस देश के वैदिक अतीत को पुनर्स्थापित कर भविष्य का निर्माण करने के लिए कृत संकल्पित है । उन्होंने कहा कि वैदिक संस्कारों के माध्यम से ही भारत विकास की उस अवस्था को प्राप्त हो सकता है जिसके अंतर्गत समस्त विश्व उसे अपना नायक मानने के लिए विवश हो जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि आज के शिक्षा जगत में हमें व्यापक सुधारों की आवश्यकता है ।जब तक शिक्षा क्षेत्र में नैतिक संस्कारों को प्रमुखता नहीं दी जाएगी तब तक हम एक उन्नत , समृद्ध , सक्षम व समर्थ भारत के सपने को साकार नहीं कर पाएंगे । उन्होंने कहा कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा के ध्वजवाहक आर्य समाज के सिद्धांत और 10 नियम समस्त मानवता को एकता , प्रेम और भाईचारे का संदेश देते हैं । जिन्हें अपनाकर विश्व में वास्तविक शांति की स्थापना की जा सकती है।
इस अवसर पर बबराला आर्य समाज के प्रधान राजेंद्र सिंह आर्य , पतंजलि योगपीठ के पश्चिम उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री दयाशंकर आर्य , रामवीर आर्य , नवनीत आर्य सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी का सम्मान किया।
बहुत से लेख हमको ऐसे प्राप्त होते हैं जिनके लेखक का नाम परिचय लेख के साथ नहीं होता है, ऐसे लेखों को ब्यूरो के नाम से प्रकाशित किया जाता है। यदि आपका लेख हमारी वैबसाइट पर आपने नाम के बिना प्रकाशित किया गया है तो आप हमे लेख पर कमेंट के माध्यम से सूचित कर लेख में अपना नाम लिखवा सकते हैं।