जमशेदपुर । (विशेष संवाददाता ) श्रीमती शकुंतला ,खीरवाल ने जीवन भर समाजसेवा को अपना लक्ष्य बनाकर दूसरों के लिए मिसाल कायम की और संसार को छोड़ने के बाद भी उनके नेत्रदान करके उनके परिवार के लोगों ने उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए फिर एक मिसाल कायम की ।
मारवाड़ी महिला मंच जमशेदपुर द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर चलाए जा रहे जागरूकता अभियान को सफल और सार्थक बनाने के दृष्टिकोण से श्रीमती खीरवाल ने मृत्यु से पहले अपने नेत्रदान किए । महिला मंच की सक्रिय सदस्य श्रीमती कंचन खीरवाल जो कि आर ए टावर , डिकोस्टा रोड, जुगसलाई निवासी हैं , की सास रहीं श्रीमती शकुंतला देवी खीरवाल का पिछले दिनों आकस्मिक निधन हो गया था ।
श्रीमती कंचन खीरवाल जी ने साहसिक कदम उठाते हुए अपने परिवार जनों की स्वीकृति से अपनी सासुजी की आंखों का दान कर समाज में एक मिसाल कायम की है । मृत्यु से पूर्व श्रीमती शकुंतला जी की स्वयं की भी बहुत इच्छा थी कि वह अपनी आंखों का दान करवाएं , जिससे मृत्यु के पश्चात भी वह दूसरों की आंखों से दुनिया को देख सके l मारवाड़ी महिला मंच जमशेदपुर की अध्यक्ष श्रीमती विभा दुदानी ने उनके तीनों पुत्र श्री जय कुमार खीरवाल ,श्री प्रमोद खीरवाल , श्री ललित खीरवाल एवं उनके परिवार की बहूएं श्रीमती सत्यभामा खीरवाल ,श्रीमती लता खीरवाल एवं श्रीमती कंचन खीरवाल को बहुत-बहुत साधुवाद दिया है , एवं उनके परिवार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए समाज से आह्वान किया है कि आप सभी इस यज्ञ में शामिल हो और एक एक आहुति देकर पुण्य के भागी बने l
यह पुनीत कार्य नेत्रदान समिति प्रमुख सुशीला खीरवाल , रोशनी संस्था एवं डॉ अजय गुप्ता के सहयोग से ही संभव हो पाया है l मंच रोशनी संस्था एवं डॉ अजय गुप्ता का भी आभार प्रकट करता है lइसके भी कुछ नियम होते हैं जैसे किसी की भी मृत्यु होती है तो सबसे पहले उसे वातानुकूलित स्थान में रखना चाहिए और तुरंत ही रुई को भिगोकर उनकी दोनों आंखों पर रख दें ताकि आंखों में नमी बनी रहे एवं पंखा को बंद कर दें l अगर समाज में हर कोई प्रयास करें तो वह दिन दूर नहीं जब हम अंगदान और देहदान कराने में भी सफल होंगे l यह सभी जानकारी सुशीला खीरवाल द्वारा दी गई l