इतिहास बेचने वाले गद्दारो
भारत लहू की धार से
कभी अपमानित नहीं हुआ ,
तू-इतिहास पर हमला कर
देश को लज्जित किया-
जम्मू द्वीपे आर्यवृते के भारत भूखंड पर
प्रकृति की गोद में हुआ मानव जन्म
प्रकृति की वाणी की पुत्री संस्कृत हुई
प्रथम सूर्य की किरण से धरती पवित्र हुई
भौतिकवाद की माता बनी भारत
आध्यात्मिक धार,गंगा से फूटी
ब्रह्मांड, मंत्र,जप, तप की खोज हुई
वेदों के महासागर में दुनिया मोती चुन रही
जब से विद्वान बिकने लगा
शासकों का गुलाम हो,जीने लगा
कलम जल्लादों की प्रशंसा कर
जुल्म को वरदान मान लिया
भारत के सच्चे इतिहास पर
हमला करने वाला इतिहासकार
हमारे महापुरुषों की गौरवमयी
वीर गाथाओं को छिपा कर रखा
पृथ्वीराज,शिवाजी,महाराणा प्रताप
सर्वश्रेष्ठ शासक योद्धा,विजय गाथा
पौरूष से सिकंदर की हार को
जीत लिखकर मनोबल तोड़ा है
अकबर की पच्चीस बार हार हुई
राणाप्रताप की विजय को छिपाकर
जंगल की शरण का इतिहास
इतिहासकारों ने असत्य गढ़ा
अंग्रेजों ने उसी का प्रचार किया
मनोबल तोड़ने हेतु बच्चों को पढ़ाया
भारत की शौर्य गाथाओं का पुनः
अनुसंधान कर नव इतिहास लिखो
बलिदानों का नया इतिहास लिखो
इंद्र भी लज्जित हुआ था
गुरु तेग बहादुर का संकल्प देख!
गुरुगोविंद सिंह का बलिदान देख!
इनके बलिदानों की गाथा से
नवनिहाल फिर जागेगा
उन्नति के शिखरों पर जाकर
फिर विश्वगुरु कहलायेगा
-हरिबल्लभ सिंह ‘आरसी’-
मुख्य संपादक, उगता भारत