नई दिल्ली।
इन विमानों के लिए अत्याधुनिक मिसाइल तैयार करने वाली कंपनी एमबीडीए का कहना है कि भारत को मिलने वाले लड़ाकू विमान ताकतवर होंगे, साथ ही ये ऐसी ताकत भारतीय वायुसेना को देंगे, जो पहले कभी ना थी.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांसीसी लड़ाकू विमान राफेल को रिसीव करने के लिए पेरिस रवाना हो गए हैं. दशहरा के अवसर पर भारतीय वायुसेना को राफेल लड़ाकू विमान मिलेगा, जिससे भारत की ताकत और भी मजबूत होगी. इन विमानों के लिए अत्याधुनिक मिसाइल तैयार करने वाली यूरोपियन कंपनी एमबीडीए का कहना है कि भारत को मिलने वाले लड़ाकू विमान ताकतवर होंगे, साथ ही ये ऐसी ताकत भारतीय वायुसेना को देंगे, जो पहले कभी ना थी.
कंपनी के अनुसार, इस विमान में सबसे अत्याधुनिक मिसाइल लगी होंगी जो कि दुश्मन को तबाह करने में मदद करेंगी. इसके जरिए एयर-टू-एयर मिसाइल, विजुअल रेंज जैसी ताकत होंगी, जो भारत को मिलने वाले 36 राफेल विमान में होंगी.
एमबीडीए के भारत प्रमुख लॉइक पिडेवाचे ने कहा कि भारत को नई कैपेबिलिटी वाला राफेल विमान मिलेगा, जिसमें ऐसी टेक्नोलॉजी होगी जो भारत के पास पहले नहीं थी. इससे भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ेगी.
एमबीडीए का बयान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के राफेल रिसीव करने से पहले आया है. भारत को जो राफेल मिल रहा है उसे फ्रांस की दसॉल्ट कंपनी बना रही है. एमबीडीए के मुताबिक, राफेल विमान काफी शानदार है और इसमें जब सभी हथियार लग जाएंगे तो भारत के लिए ये काफी फायदेमंद होगा. कंपनी के मुताबिक मेट्योर मिसाइल को दुनिया की सबसे शानदार विजुअल रेंज और स्कल्प को सबसे मारक स्ट्राइक के लिए जाना जाता है.
मेट्योर की गिनती नेक्सट जेनरेशन की बीवीआर एयर-टू-एयर मिसाइलों में होती है. ये अभी यूके, जर्मनी, इटली, फ्रांस, स्पेन और स्वीडन जैसे देशों के पास है. इसके जरिए राफेल किसी भी प्रकार के मौसम पर दुश्मन के हमले का करारा जवाब दे सकता है.
गौरतलब है कि भारत को फ्रांस से कुल 36 लड़ाकू विमान मिलने हैं, जिसकी पहली किस्त 8 अक्टूबर को भारत को मिल रही है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांस में शस्त्र पूजा करेंगे और राफेल में उड़ान भी भरेंगे.