उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नाम खुला पत्र

प्रतिष्ठा में श्रीमान योगी आदित्यनाथ जी
मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार

विषय :– नोएडा व ग्रेटर नोएडा के सभी गोल चक्करों का महापुरुषों के नाम पर नामकरण कराने के संबंध में

महोदय

सादर प्रणाम ।
नोएडा व ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश को न केवल भारत के अपितु विश्व के मानचित्र पर प्रमुखता से स्थापित कराने में सफल रहे हैं । इस क्षेत्र में अनेकों गोल चक्कर बनाए गए हैं । जिन पर सरकार ने एवं विकास प्राधिकरण ने पर्याप्त धन खर्च किया है । ग्रेनो के सभी सेक्टरों के नाम अल्फा , बीटा , डेल्टा , गामा , चाई , फाई , पी थ्री आदि ऐसे नामों से रखे गए हैं , जिनका भारतीयता से कोई संबंध नहीं है । इसी प्रकार इसके गोल चक्करों को भी कोई नाम नहीं दिया गया है । जिससे आने – जाने वाले लोगों को भी असुविधा का सामना करना पड़ता है। किसी भी अनजान व्यक्ति को यह पता नहीं होता कि वह किस गोल चक्कर या चौराहे पर खड़ा है ? यदि गोल चक्करों पर महापुरुषों की प्रतिमाएं स्थापित हों और वहां पर गोल चक्कर का नाम भी उस महापुरुष के नाम से लिखा हो तो अनजान व्यक्ति भी यह जान सकता है कि वह किस बिंदु पर खड़ा है और अभी यहां से उसे किधर जाना है ?
आप जैसे मां भारती के सच्चे सपूत से अपेक्षा की जाती है कि आप भारतीय संस्कृति का पाश्चात्यीकरण किए जाने की प्रक्रिया पर पूर्णविराम लगाएंगे । अतः उचित होगा कि नोएडा व ग्रेटर नोएडा के उन सभी सेक्टरों या उपनगरीय क्षेत्रों का नाम महापुरुषों के नाम पर रखा जाए जिन्हें अभी तक हम किन्हीं उपरोक्त उल्लिखित अजीब नामों से ही जान रहे हैं । साथ ही यहां पर स्थित सभी गोल चक्करों पर महापुरुषों की प्रतिमाएं लगाकर उन गोल चक्करों का नाम उसी महापुरुष के नाम पर रखा जाए जिसकी प्रतिमा वहां पर लगी हो। यह भी ध्यान रखा जाए कि जिस सेक्टर के पास जो गोल चक्कर हो और जिस सेक्टर का नाम जिस महापुरुष के नाम से रखा जाए उसी महापुरुष की प्रतिमा उस गोल चक्कर पर होनी चाहिए ।
उदाहरण के रूप में यहां के ग्रेटर नोएडा के प्रसिद्ध परी चौक को स्वामी दयानंद के नाम से तो पी थ्री चौक को महाराजा कौशल सिंह चौक के नाम से और सूरजपुर चौक को सरदार पटेल चौक के नाम से जाना जाए । इसी प्रकार अन्य सभी गोल चक्कर के नाम रखे जा सकते हैं ।
यहां के सभी क्षेत्रवासियों की ओर से हम पत्र के माध्यम से आप तक जनभावनाओं को पहुंचाने का काम कर रहे हैं । आप जैसे संस्कृति रक्षक व मां भारती के सच्चे सपूत से अपेक्षा की जाती है कि आप जन भावनाओं का ध्यान रखते हुए और मां भारती को के लिए अपना तन , मन , धन व जीवन समर्पित करने वाले वीर क्रांतिकारियों और इतिहासपुरुषों को सच्चा सम्मान देते हुए हमारी उपरोक्त मांगों पर न केवल विचार करेंगे अपितु उन्हें तदनुसार स्वीकार कर हमें उपकृत करेंगे ।

भवदीय
डॉ राकेश कुमार आर्य
संपादक : उगता भारत
राष्ट्रीय अध्यक्ष : राष्ट्रीय प्रेस महासंघ

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