भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है गुर्जर समाज का : केशव प्रसाद मौर्य

pannadhay gurjari - keshva prasad maurya

ग्रेटर नोएडा। यहां के गांव बंबावड़ में स्थित आम्रपाली स्कूल में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भारत के इतिहास में गुर्जर समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने सम्राट मिहिर भोज, माता पन्नाधाय, धन सिंह कोतवाल, योगराज सिंह गुर्जर, रामप्यारी गुजरी , सरदार वल्लभभाई पटेल जैसी विभिन्न ऐतिहासिक हस्तियों का नाम लेते हुए कहा कि गुर्जर समाज ने भारत के इतिहास को एक समृद्ध विरासत प्रदान की है। श्री मौर्य ने कहा कि माता पन्नाधाय का बलिदान हमारे लिए सदा प्रेरणादायक रहेगा। उनके बलिदान को देखकर कहा जा सकता है कि ऐसा बलिदान उनसे पहले और उनके बाद कभी किसी ने नहीं दिया है। हम सभी उनके उस ऐतिहासिक कार्य के प्रति हृदय से समर्पित हैं और मैं उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा जहां केंद्र में तीसरी बार सरकार बनाने में सफल हुई है, वहीं 2027 में भी भारी जन समर्थन के चलते भाजपा निरंतर तीसरी बार सरकार बनाने में सफल होगी। हमारा विश्वास काम करने में है और प्रदेश को असामाजिक तत्वों के चंगुल से मुक्त कर जनसामान्य को खुली हवाओं का एहसास कराना हमारी प्राथमिकता है।

उप मुख्यमंत्री श्री मौर्य ने कहा कि क्षेत्र वासियों की मांगों और समस्याओं से उन्हें कार्यक्रम के आयोजक संयोजक डॉ अशोक नागर द्वारा अवगत कराया गया है जिन्हें वह उचित माध्यम से उचित मंच तक पहुंचाएंगे और क्षेत्र की चिर परिचित रैंप की मांग को वह यथाशीघ्र पूर्ण करेंगे। उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज के गौरवशाली इतिहास के स्वर्णिम पृष्ठों को भारतीय इतिहास की समृद्ध परंपरा के रूप में सहेज कर युवा पीढ़ी के सामने प्रस्तुत करने की आवश्यकता है। जिससे कि आने वाली पीढ़ियां हमारी समृद्ध ऐतिहासिक परंपरा से अवगत हो सके।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नवाब सिंह नागर ने कहा कि क्षेत्र के लोगों ने भारत के क्रांतिकारी आंदोलन में भाग लेकर अंग्रेजों को ही नहीं, उससे पहले मुगलों को भी बोरिया बिस्तर बांधने के लिए मजबूर किया था । इतिहास की उस गौरवशाली परंपरा के चलते ही 1857 की क्रांति में भी धन सिंह कोतवाल के नेतृत्व में गुर्जरों ने अन्य बिरादरियों को भी साथ लेकर जिस क्रांतिकारी आंदोलन की नींव रखी, उसने एक दिन ब्रिटिश सरकार को भारत छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया। भाजपा सांसद और वरिष्ठ नेता सुरेंद्र सिंह नागर ने इस अवसर पर अपना ओजस्वी भाषण प्रस्तुत करते हुए कहा कि माता पन्नाधाय का बलिदान आज भी हमारे लिए प्रेरणादायक है। यदि वह अपने बेटे चंदन का बलिदान नहीं करती तो हमें महाराणा प्रताप के रूप में मां भारती का एक तेजस्वी सपूत कदापि नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि वास्तव में पन्नाधाय ने अपने बेटे चंदन का बलिदान देकर राष्ट्र की अनुपम सेवा की थी।


इस कार्यक्रम में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले लोनी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर के लिए उपस्थित जन समुदाय ने अनेक बार तालियां बजाकर उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने अपना ओजस्वी भाषण प्रस्तुत कर उपस्थित जन समुदाय में एक नवीन चेतना भरने का प्रशंसनीय कार्य किया।

उन्होंने कहा कि संविधान के दायरे में रहकर अपनी कानूनी जायज मांगों को प्राप्त करने के लिए आंदोलन करना हमारा संवैधानिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी हमारे नेता हैं। राजनाथ सिंह और अमित शाह हमारे नेता हैं। जिनके मार्गदर्शन में हम विश्वास रखते हैं। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रोग्राम को बहुत ही उत्कृष्टता और सुंदरता के साथ प्रस्तुत करने वाले ब्रह्मपाल सिंह नागर ने भी लोगों की खूब तालियां बटोरी। उन्होंने माफ पन्नाधाय की बलिदान पर जहां अपनी खूबसूरत प्रस्तुति दी वहीं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के स्वागत भाषण पर भी लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। ज्ञात रहे कि श्री नागर अनेक ऐतिहासिक किस्सों को रागिनी के रूप में प्रस्तुत करने के लिए मशहूर हैं। उनकी पूरी टीम ने कार्यक्रम को नई ऊंचाई प्रदान की।

इस अवसर पर दादरी के स्थानीय विधायक तेजपाल सिंह नागर , भाजपा के क्षेत्रीय मंत्री सत्येंद्र सिसोदिया, जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे।
इस अवसर पर श्री केशव प्रसाद मौर्य को राजा नैन सिंह ट्रस्ट के संस्थापक और वर्तमान में संरक्षक श्री जगत सिंह नागर, एडवोकेट श्री देवेंद्र सिंह आर्य एडवोकेट व श्री रूपचंद नागर द्वारा अभिनंदन पत्र प्रस्तुत किया गया।

कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए डॉ अशोक नगर ने हमें बताया कि यह कार्यक्रम राजा नैनसिंह ट्रस्ट के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के दिन रात के परिश्रम से संपन्न हुआ। उन्होंने क्षेत्र की जनता का आभार व्यक्त किया जिसने बढ़-चढ़कर हर प्रकार से उनका और उनकी टीम का हौसला अफजाई किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की मातृ शक्ति ने जिस प्रकार बड़ी संख्या में निकल कर कार्यक्रम में भाग लिया, उससे लगता है कि क्षेत्र में राजनीतिक चेतना अपना काम कर रही है। डॉ अशोक नागर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सम्राट मिहिर भोज गुर्जर समाज की विरासत हैं । जिसे हमसे कोई छीन नहीं सकता। उन्होंने कहा कि इतिहास के महापुरुषों को लेकर हम लड़ना नहीं चाहते, परंतु इतिहास के सत्य को झुठलाना भी पूरे गुर्जर समाज के साथ अन्याय करना होगा। इसलिए इतिहास के सत्य का महिमामंडन करना समय की आवश्यकता है। उनके इस आवाहन पर उपस्थित जनसमुदाय ने खड़े होकर तालियां बजाकर उनकी आवाज का समर्थन किया।

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