प्रधानमंत्री श्री मोदी के नाम खुला पत्र : दिल्ली का नाम किया जाए इंद्रप्रस्थ

प्रतिष्ठा मेंमाननीय श्री नरेंद्र मोदी जीप्रधानमंत्री भारत सरकार नई दिल्लीमहोदयसादर प्रणाम ।जैसा कि आप स्वयं भी जानते हैं कि दिल्ली का नाम इंद्रप्रस्थ रहा है । हमारे प्राचीन ग्रंथों में राजा इंद्र की राजधानी इंद्रपुरी और उसके शासन के कई किस्से कहानियां सुनने को मिलते हैं । इतिहासबोध ना होने के कारण हम राजा इंद्र की राजधानी कहीं आकाश में कथित इंद्रपुरी या स्वर्ग लोक में मानते आने की भूल करते रहे हैं । जबकि ऐतिहासिक प्रमाणों से यह सिद्ध है कि इंद्रप्रस्थ जिसे आजकल दिल्ली कहते हैं , ही राजा इंद्र की राजधानी थी । अतः इंद्रप्रस्थ का नाम देकर दिल्ली को इसका पुराना वैभव दिलवाने का समय अब आ गया है ।दिल्ली स्थित पुराना किला कभी पांडवों की राजधानी रहा था । इसको भी उन्होंने इंद्रप्रस्थ का किला कहकर ही संबोधित किया है। इस पुराने किले में महाभारत से संबंधित राजसूय यज्ञ आदि की चित्रावली का प्रबंध यदि किया जाता है और पूरे किले को महाभारतमय बनाया जाता है तो इससे हमारे युवाओं को अपने गौरवपूर्ण अतीत के बारे में जानने का अवसर उपलब्ध होगा ।यह पुराना किला ही वह किला है जहां हेमचंद्र विक्रमादित्य नाम के हमारे महान योद्धा हिंदू शासक ने अंतिम हिंदू सम्राट के रूप में दिल्ली में अपना राज्याभिषेक कराया था । अतः यह भी आवश्यक है कि इस किले में एक स्थान पर हेमचंद्र विक्रमादित्य की आदम कद प्रतिमा स्थापित कराई जाए और उसका इतिहास उस प्रतिमा के निकट उत्कीर्ण किया जाए।आपका तेजस्वी नेतृत्व इस समय देश के भीतर राष्ट्रवाद की बयार बहाने में सफल सिद्ध हुआ है। ऐसे में आप जैसे महातेजस्वी प्रधानमंत्री से ही यह अपेक्षा की जा सकती है कि आप देश की राजधानी का नाम परिवर्तित कर इंद्रप्रस्थ करें और पुराने किले का उपरोक्तानुसार जीर्णोद्धार कराएं ।यदि आप ऐसा करते हैं तो समस्त ‘ उगता भारत ‘ परिवार आपका हृदय से ऋणी होगा।डॉ राकेश कुमार आर्यसंपादक : उगता भारतएवं राष्ट्रीय अध्यक्ष : राष्ट्रीय प्रेस महासंघ

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