मनमोहन सरकार बनी मनतोडऩ सरकार: चक्रपाणि

यहां पर अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए महासभा के राष्ट्रीय स्वामी चक्रपाणि जी महाराज ने केन्द्र सरकार की विफल घरेलू और विदेश नीति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मनमोहन सरकार देश के लिए मनतोडऩ सरकार साबित हुई है। इसने देश के नागरिकों को हर मोर्चे पर निराश किया है। पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में बेतहाशा वृद्घि को कतई बेतुका बताते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि जिस सरकार का प्रधानमंत्री अपनी सरकार के मंत्रियों के घोटालों की जांच कराने या घोटालों में संलिप्त मंत्रियों के खिलाफ कार्यवाही करने में कतई असफल हो उसे देश की जनता के साथ खिलवाड़ करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की स्थिति भी दयनीय है, महंगाई, भ्रष्टाचार और संप्रदायवाद से प्रदेश की जनता परेशान है। जिसके लिए हिंदू महासभा अपनी ओर से आंदोलन करेगी। स्वामी चक्रपाणि जी महाराज ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण हिंदू महासभा कराके ही रहेगी। धारा तीन सौ सत्तर हटाना तथा समान नागरिक संहिता लागू करना हमारे एजेंडा में है। हम भाजपा की तरह दोगली बातों में या नीतियों में विश्वास नही रखते। इस अवसर पर हिंदू महासभा के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तर प्रदेश हिंदू महासभा के प्रांतीय अध्यक्ष ब्रहमानंद गुप्ता ने कहा कि प्रदेश की जनता संप्रदायिक और जातिवादी राजनीति से आजिज आ चुकी है। प्रदेश में मुस्लिमों का तुष्टीकरण जमकर हो रहा है और सारी सरकार बहुसंख्यकों के हितों का कतई ध्यान नहीं रख रही है। जबकि हिंदू महासभा की महामंत्री डा. इंदिरा तिवारी ने कहा कि सत्ता के बिना कभी भी कोई संगठन अपनी नीतियां लागू नहीं करा सकता इसलिए हिंदू महासभा को अब सत्ता प्राप्ति के लिए संघर्ष करना होगा। उन्होंने कहा कि हमने राम जन्मभूमि के मुकद्मे में सफलता हासिल की है और अब अपने तथ्यों के आधार पर हम कह सकते हैं कि हमें सफलता मिलेगी भी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष ब्रहमचारी रामस्वरूप, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री महंत नारायण गिरि जी महाराज, बिहार प्रदेश प्रभारी कुमार इंद्रदेव, मध्य प्रदेश अध्यक्ष पंडित कैलाश नारायण शर्मा, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष हरिश शर्मा, राष्ट्रीय संगठन मंत्री विनय कुमार श्रीवास्तव, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष गोविंद अरोड़ा, पश्चिम बंगाल प्रतिनिधि सिमरन दास, तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष टी.बाल. सुब्रमण्डयम, चौ. सुभाष गुर्जर, के राजकुमार, दत्तात्रेय सांईं स्वरूप नाथ, बाबा सुखदेव सिंह, सुंदर सिंह, टेकराम नागर, पवन कुमार, गुजरात प्रतिनिधि पवन माकन व चंद्रकांत बालू भाई पटेल राजस्थान प्रतिनिधि ईश्वर सिंह भाराणी, श्री निवास एडवोकेट, नीरपाल भाटी सहित कई प्रतिनिधियों ने संबोधित किया। इस अवसर पर पर हिंदू महासभा ने सरकार की विदेश नीति और घरेलू नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया। हिंदू महासभा ने मांग की है कि कश्मीर से हिंदुओं का पलायन तत्काल रोका जाए तथा वहां से सेना को शांति स्थापित होने तक नहीं हटाया जाए। महासभा का मानना है कि पाकिस्तान के हिंदुओं के प्रति हो रहे अत्याचारों को लेकर मनमोहन सरकार कतई गंभीर नहीं है।

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