आसानी से दर्ज कराएं शिकायत, होगी कार्रवाई’

हाईटेक शहर का प्राधिकरण भी अब हाईटेक हो गया है। इसका अहसास जल्द ही यहां की जनता भी कर सकेगी। शहरवासियों का प्राधिकरण से सबसे ज्यादा सरोकार उनकी दैनिक जीवन की समस्याओं के निस्तारण के लिए होता है। लिहाजा प्राधिकरण ने किसी टेलीकॉम कंपनी की तर्ज पर अपने कॉल सेंटर को तत्काल हाईटेक करने का निर्णय लिया है। मतलब, प्राधिकरण में अब ई-मेल, एसएमएस या फोन कॉल के जरिए अपनी शिकायत दर्ज कराई जा सकेगी। इतना ही नहीं, शिकायत के निस्तारण की सूचना एसएमएस के जरिए शिकायतकर्ता को भेजी जाएगी। इस संबंध में मंगलवार को एक अहम बैठक कर सीईओ संजीव सरन ने कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कॉल सेंटर पर आने वाली शिकायतों की निगरानी और इसे तत्काल हाईटेक करने की जिम्मेदारी एसीईओ प्रमांशु यादव और डीसीईओ डीके सिंह को सौंपी है। अभी प्राधिकरण में शिकायत दर्ज कराने के लिए लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। घंटों फोन लाइन व्यस्त रहती है। लंबी जद्दोजहद के बाद अगर शिकायत दर्ज भी हो जाए तो उसका निस्तारण कब तक होगा, यह विभाग को भी नहीं पता रहता था। कई बार बिना समस्या का समाधान किए ही शिकायत को कॉल सेंटर में निस्तारित दिखा दिया जाता था। फिलहाल इस तरह की मनमानी की शिकायतें प्राधिकरण में आम हैं, जिससे शहरवासियों को खासी परेशानी होती है। शहरवासियों को चूंकि सबसे ज्यादा अपनी दैनिक शिकायतें दर्ज कराने के लिए ही प्राधिकरण में संपर्क करने की जरूरत पड़ती है। सीईओ संजीव सरन ने सबसे पहले इसे दुरुस्त करने का प्रयास शुरू कर दिया है।
उन्होंने मंगलवार को इस संबंध में अधिकारियों संग बैठक कर स्वागत कक्ष और कॉल सेंटर को तत्काल चुस्त-दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। कॉल सेंटर में शिकायत दर्ज कराने के लिए तीन फोन नंबर जारी किए गए हैं। इसके अलावा प्राधिकरण की वेबसाइट पर भी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने की सुविधा शुरू कर दी गई है। शिकायतों का शत-प्रतिशत निस्तारण सुनिश्चित कराने के लिए सीईओ ने निर्देश दिए हैं कि शिकायत का निस्तारण होने के बाद कॉल सेंटर से फोन कर शिकायतकर्ता से इसकी पुष्टि की जाएगी। अगर शिकायतकर्ता संतुष्ट होगा, तभी उसकी समस्या निस्तारित मानी जाएगी।
इतना ही नहीं, हाईटेक कॉल सेंटर में शिकायत दर्ज होते ही वहां से दो एसएमएस जारी किए जाएंगे। एक एसएमएस शिकायतकर्ता को भेजा जाएगा, जिसमें उसकी समस्या का निवारण करने वाले अधिकारी का नाम व टेलीफोन नंबर होगा। दूसरा एसएमएस शिकायत निस्तारित करने वाले अधिकारी को भेजा जाएगा, जिसमें शिकायतकर्ता का नाम, पता व मोबाइल नंबर होगा। एसएमएस प्राप्त होते ही संबंधित अधिकारी शिकायतकर्ता से तत्काल संपर्क कर उसकी समस्या के निस्तारण की कार्यवाही शुरू करेगा। शिकायत निस्तारित होने के बाद शिकायतकर्ता से फोन पर बातकर पुष्टि की जाएगी। सीईओ ने कॉल सेंटर में इतनी सुविधा तत्काल प्रभाव से शुरू करने निर्देश दिए हैं। एसएमएस पर शिकायत दर्ज कराने के लिए भी प्राधिकरण जल्द ही मोबाइल नंबर जारी करेगा। इसके लिए सीईओ ने बैठक में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं। कॉल सेंटर को तत्काल हाईटेक करने और प्रभावी बनाने की जिम्मेदारी सीईओ ने एसीईओ प्रमांशु यादव और डीसीईओ डीके सिंह को सौंपी है। सीईओ ने दोनों अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह स्वयं कॉल सेंटर का निरीक्षण कर व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त कराएं।

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